The Poet’s Fate
वह रोशनी अगर और सफ़ेद होती तो हम तुम अदृश्य हो जाते जीते अपनी अपनी अदृश्य पीड़ा को बिना जाने कभी खुशी की अनुपस्थिति को चकित होते उस अदृश्यता पर जिसमें ग़ायब हैं परछाइयाँ जिसमें ग़ायब हैं आकार और गिरते हुए हम करते उड़ने की कल्पना बिना आकाश के, केवल आवाज़ जो पहुँचती बची हुई […]